ऊपर चदते हुए सांस ऐसे हाफ्ती है
जैसे एक ट्रेन घने जंगल से गुज़र रही हो
नीचें उतरते हुए जोड़े रो देते हैं
रुक जाओ , थोड़ी देर के लिए, ज़रा रुक जाओ
मगर उस चट्टान की चोटी पर
जिसे observation point के नाम से जाना जाता है
एक सुकून का आलम है
यहाँ समय रुक गया है
ऐसा दृश्य जो आँखें बंद करने पर भी नहीं हटता
ह्रदय देह से कहता है - "धन्यवाद । बहुत बहुत धन्यवाद "
उस पत्थर की चोटी पर
जीवन का निष्कर्ष ,
हमारे अस्तित्व
का पता चलता है
अपनी रूह देखने को मिलती है
अतीत, भविष्य, सब चिंतन व्यर्थ है
अभी । ज़िन्दगी है अभी
नीचे उतरने के पश्चात,
एक संतुष्टि की भावना बस जाती है
होटों पर मुस्कुराहट चाप जाती है
आज ज़िन्दगी उम्दा है
आज ज़िन्दगी सफल है
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