Saturday, June 16, 2012

Kahat kabir Suno Mere sadho - Evi Evi sen

ऐवी ऐवी सेण Such amazing signs
ऐवी ऐवी सेण बताई म्हारे  सतगुरु
मुख पर कहयो नहीं जाये, रे साधो

हमारे देस में मांई नहीं धरा नहीं गगना

नहीं कोई पवन नहीं पानी

हमारे देस में मांई नहीं चंदा नहीं सूरज

नहीं कोई नव लख तारा

हमारे देस में मांई नहीं ब्रह्मा नहीं विष्णु

नहीं कोई शंकर देवा

हमारे देस में मांई नहीं वेद नहीं गीता

नहीं कोई शबद नहीं साखिया

हमारे देस में मांई नहीं उगे नहीं आथमे

नहीं कोई जन्मे नहीं मरे

मंजले मंजले एक संत जई पहुंच्या

कबीर संत चढ़यो निरवान  
Such amazing signs, My true guru gave me
Such that can not be told! Dear friend


In my land, there is no earth, no sky
Neither wind nor water


In my land, there is no sun no moon
Nor the nine lakh stars


In my land, There is no Brahma, no Vishnu
Nor the god Shankar


In my country, there is no Ved, no Gita
No verse or couplets either


In my land, there is no rising, no setting
There is no birth or death


Step by step, A saint made it there
Kabir climbed to freedom

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